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मिट्टी के घड़े(Earthen Pot) के पानी का सेवन करने से चिकित्सीय लाभ हो सकते हैं। यह सदियों पुरानी प्रथा न केवल स्टील,प्लास्टिक या अन्य कंटेनरों का एक पारंपरिक विकल्प है, बल्कि अपनाने के लिए एक स्वस्थ और चिकित्सीय विकल्प भी है। जब रेफ्रिजरेटर का व्यापक रूप से उपयोग नहीं था, उस समय पे पानी ठंडा करने के लिए मिट्टी के बर्तनों का उपयोग किया जाता था क्योंकि वे पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा करने में मदद करते थे।   मिट्टी के घड़े का पानी पीने के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of drinking Earthen Pot water) : प्राकृतिक शीतलन गुण (Natural cooling): मिट्टी के बर्तन में पानी रखने से पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा करने में मदद मिलती है। मिट्टी के बर्तन की सतह पर छोटे-छोटे छिद्र होते हैं और इन छिद्रों से पानी जल्दी वाष्पित हो जाता है। मिट्टी के बर्तन वाष्पीकरण के

हम ऋतु के हिसाब से अलग-अलग फल खाते है अच्छे स्वास्थ्य के लीए फल खाना ही चाहिए क्योंकि इसमें कई सारे विटामिन, फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट सोडियम मैग्नीशियम आदि होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है, खास कर के छोटे बच्चे को फलो का सेवन करवाना जाहिए चलो आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे फल जो आपको गर्मी में फिट रखेंगे और गर्मी से राहत देंगे, तो आइए जानते हैं Summer Fruits Keep You Healthy आम: आम को फलों का राजा कहा जाता है और आम लगभग सभी को पसंद होता है। पका हुआ आम गर्मी के दिनों में टॉनिक है। दूध में पका हुआ मैंगो शेक पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। इसके जूस में विटामिन ए होता है, सीके सोडियम कॉपर कैल्शियम फास्फोरस आयरन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे शरीर में खून

खर्राटों(Snoring) की समस्या अत्यधिक थकान या बंद नाक के कारण हो सकती है। वैसे तो खर्राटों की समस्या कोई बड़ी समस्या नहीं है। लेकिन कई बार खर्राटों के कारण दूसरे ज्यादा परेशान होते है क्यों की खर्राटों के आवाज से नींद खराब होती है और गुस्सा होते है। क्या आप को या आप के पार्टनर को ये समस्या है तो जानिए घरेलू उपचार खर्राटों का इलाज घरेलू उपचार से (Snoring treatment with home remedies): घी : खर्राटों(Snoring) को रोकने के लिए घी बहुत ही आसान और लोकप्रिय माना गया है। यह हर किसी के किचन में मौजूद होता है। रात को सोने से पहले घी को गुनगुना कर लें और ड्रॉपर की मदद से इसकी एक या दो बूंद नाक में डालें। ऐसा रोजाना करने से आपको फर्क पड़ेगा। यह सबसे आसान उपाय है। पुदीने का तेल: रात में सोने से पहले पानी में पुदीने के

Pista (पिस्ता) का व्यापक रूप से सलाद, आइसक्रीम और अन्य पके हुए खाद्य पदार्थों में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा आप इसे स्नैक्स के तौर पर भी खा सकते हैं. Pista (पिस्ता) के फायदे | Benefits of Pistachios in Hindi: 1. दिमाग को स्वस्थ बनाने में मदद करें: पिस्ता में कई ऐसे मिनरल्स पाए जाते हैं जो दिमाग की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाते हैं और उसे ज्यादा अलर्ट और एक्टिव बनाते हैं। साथ ही पिस्ता शरीर से मस्तिष्क तक रक्त के संचार को बढ़ाता है, जिससे मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। 2. हीमोग्लोबिन बढ़ाता है: पिस्ता विटामिन बी6 से भरपूर होता है। यह रक्त वाहिकाओं को ऑक्सीजन ले जाने में मदद करता है और रक्त परिसंचरण में सुधार करता है। रोजाना पिस्ता खाने से हीमोग्लोबिन के उत्पादन में मदद मिलती है जिससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता

अस्वास्थ्यकर खान-पान, काम और निजी जीवन से संबंधित-तनाव, गतिहीन जीवन शैली और व्यायाम की कमी जैसे विभिन्न कारणों से हृदय संबंधी रोग इन दिनों एक बढ़ती स्वास्थ्य चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। दिल की समस्याएं उच्च कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रक्तचाप के साथ भी जुड़ जाती हैं। स्वस्थ और मजबूत दिल को बनाए रखने के लिए केवल व्यायाम करना ही पर्याप्त नहीं है। किसी को भी सही भोजन खाने की जरूरत है! 1. अनुकूलक शरीर में हार्मोनल असंतुलन कई तरह के लक्षण पैदा कर सकता है। इनमें अक्सर मासिक धर्म की समस्याएं, चेहरे के बाल, त्वचा की समस्याएं और बांझपन की समस्याएं शामिल होती हैं। आयुर्वेद एडाप्टोजेन्स या जड़ी-बूटियों का उपयोग करने का सुझाव देता है जो ओव्यूलेशन चक्र में सुधार करते हैं, और प्रतिरक्षा प्रणाली को लाभ पहुंचाते हैं। Adaptogens या Adaptogenic जड़ी बूटी प्राकृतिक पदार्थ हैं, मुख्य रूप

Cumin (Jeera / Zeera in Hindi) भारतीय रसोई के लिए एक अनिवार्य मसाला है। यह दक्षिण एशियाई, उत्तरी अफ्रीकी और लैटिन अमेरिकी व्यंजनों में भी एक लोकप्रिय सामग्री है। Cumin, उम्बेलीफेरे परिवार के जीरा जड़ी बूटी का सूखा बीज है जिसमें कैरवे, अजमोद और डिल शामिल हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि जीरा अक्सर अपने चचेरे भाई, कैरवे के साथ भ्रमित होता है। सीरियाई और मिस्र के पुरातात्विक स्थलों पर खुदाई किए गए बीज जीरे के उपयोग की तारीख दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व के रूप में मिलते हैं। वास्तव में, प्राचीन मिस्र में जीरे को ममीकरण में परिरक्षक के रूप में प्रयोग किया जाता था। इस छोटे से छोटे बीज का उल्लेख पवित्र बाइबल के नए और पुराने दोनों नियमों में भी मिलता है। कई रसोई में जीरा सिर्फ एक सत्तारूढ़ घटक नहीं है। यह छोटा बीज नीचे बताए गए तरीकों से स्वास्थ्य सहायता

ब्रोकली के बारे में जानकारी। Information about broccoli : Broccoli फूलगोभी की ही एक प्रजाति है जो फूलगोभी की तरह ही दिखती है । रंग में यह हरी होती है और फूलगोभी सफेद होती है ब्रोकली की खेती गोभी की तरह ही की जाती है। यह ठंड के मौसम में उगाई जाती है। और किसान इसका भारी मात्रा में उत्पादन करते हैं क्योंकि इसके अंदर भरपूर गुणों के कारण इसका उपयोग आजकल कई जगह किया जाने लगा है चाइनीस खाने में भी इसका उपयोग किया जाने लगा है तथा थाई खाने में सूप वगैरह में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।ब्रोकली के काफी लाभदायक फायदे होते हैं यदि इसका सेवन रोजाना किया जाए तो यह हमारे स्वास्थ्य को काफी अच्छा बनाए रखता है और हमें कई बीमारियों से भी बचाता है। ब्रोकली में आयरन, फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, क्रोमियम, विटामिन ए, तथा

पपीता के बारे में जानकारी ( papite ke bare me jankari) | Information about Papaya Papaya एक स्वास्थ्यवर्धक फल है जो हमारे शरीर को काफी फायदा पहुंचाता है पपीता खाने में भी स्वादिष्ट होता है। पपीते के पत्ते और फल तथा कच्चा पपीता भी उपयोग में लाया जाता है। पपीता का पौधा सीधे आकार में उगता है और इसकी औसतन लंबाई 7 से 12 फीट के बीच में होती है। पपीता के गुण | Properties of Papaya 1. Papaya खाने में जितना स्वादिष्ट लगता है उतना ही हमारे शरीर के लिए लाभप्रद होता है। पपीता के गुण (papita ke gun) की वजह से यह लोगों का लोकप्रिय फल है पपीता(papita) के अंदर कई ऐसे पौष्टिक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को ऊर्जा(energy) प्रदान करते हैं। तथा हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में हमारी मदद करते हैं। 2. Papaya को ऊर्जा (papita ko energy)

नीम के बारे में जानकारी | Information of neem : Neem हमारे भारतवर्ष में हर जगह पाया जाता है और इसके औषधीय गुणों की वजह से इसको हर इंसान जानता है तथा इसके गुणों के बारे में चर्चा करता है। नीम का हमारी औषधीय विज्ञान में बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है नीम से कई प्रकार की औषधियां बनाई जाती हैं जो कि हमें कई रोगों से लड़ने में मदद करती है। नींम का उपयोग जड़ से लेकर के इसकी पत्तियों तथा इसके फलों तक किया जाता है। नीम अपने आप में अनमोल चीज है तथा उनमें भरपूर औषधीय गुण पाए जाते हैं। बाजारों में इस से बनी हुई कई औषधियां आपको आसानी से मिल जाएंगे और उनका उपयोग आप बिना किसी साइड इफेक्ट के कर सकते हैं लेकिन हां दोस्तों आपको वहां पर कुछ पैसे देने पड़ेंगे लेकिन अगर आप ऐसी जगह

अश्वगंधा के फायदे और नुकसान Benefits of Ashwagandha अश्वगंधा के बारे में जानकारी(Information about Ashwagandha) * अश्वगंधा के बारे में जानकारी(Information about Ashwagandha)-अश्वगंधा का पौधा लगभग पूरे भारत देश में पाया जाता है यह बहुत उपयोगी जड़ी बूटी मानी जाती है हमारे औषधीय विज्ञान में अश्वगंधा का उपयोग (Use of Ashwagandha) लगभग जड़ से लेकर के इसकी पत्तियों तथा फलों तक और फूलों का भी किया जाता है। * अश्वगंधा(Ashwagandha)का पौधा झाड़ी जैसा होता है जो आपको आसानी से खेतों में तथा सड़कों के किनारे देखने को मिल जाता है इसके पौधे पर सफेद रंग के रूये में पाए जाते हैं तथा पत्तियां अंडाकार की होती हैं। * अश्वगंधा (Ashwagandha)पर छोटे मटर जैसे फल उगते हैं और फलों के ऊपर एक जाली नुमा कवर चढ़ा हुआ होता है तथा यह पकने के बाद लाल टमाटर की तरह हो जाते हैं। और पके हुए फल