Home remedies for food poisoning : गर्मी और बारिश का यह मिलाजुला मौसम सेहत के लिहाज से बेहद संवेदनशील मौसम है। जब किसी व्यक्ति को बार-बार प्यास लगती है, जहां व्यक्ति कुछ भी ठंडा पीता है, तो इस मौसम में खाने की चीजों को भी समय पर बुरा नहीं लगता। फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) का खतरा हमेशा बना रहता है। फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) का सबसे बड़ा लक्षण यह है कि अगर खाना खाने के एक घंटे से लेकर 6 घंटे के बीच में उल्टी शुरू हो जाए तो यह मान लेना चाहिए कि व्यक्ति को फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) की शिकायत है। इसे तुरंत नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। यह मुख्य रूप से बैक्टीरिया युक्त भोजन खाने से होता है। इससे बचने के लिए कोशिश होनी चाहिए कि घर में ताजा बना खाना ही खाएं। अगर आप बाहर का खाना खा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि खुले में रखे और बहुत ठंडे और असुरक्षित भोजन का सेवन न करें। इन दिनों ब्रेड, पाव आदि जल्दी बन जाते हैं, इसलिए इन्हें खरीदते या खाते समय इनकी मैन्युफैक्चरिंग डेट जरूर चेक कर लें। घर के किचन में भी साफ-सफाई रखें। गंदे बर्तनों का प्रयोग न करें। कम एसिड वाला खाना खाएं।
फूड पॉइजनिंग का क्या कारण है? (cause of Food Poisoning?)
- गंदे बर्तनों में खाना खाना।
- बासी और फफूंदीयुक्त खाना खाने से।
- अधपका खाना खाने से बचें।
- मांस मत खाओ।
- लंबे समय से फ्रिज में रखी हुई चीजें खाने से बचें।
फूड पॉइजनिंग से बचने के घरेलू उपाय:
नींबू: नींबू में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। इसलिए इसे पीने से फूड पॉइजनिंग (Food Poisoning) पैदा करने वाले बैक्टीरिया मर जाते हैं। आप खाली पेट नींबू पानी पी सकते हैं या आप चाहें तो गर्म पानी में नींबू निचोड़ कर पी सकते हैं।
दही खाएं: दही एक तरह का एंटीबायोटिक है, इसमें आप थोड़ा सा काला नमक मिलाकर खा सकते हैं.
सेब का सिरका: सेब के सिरके में ऐसे पदार्थ होते हैं जो चयापचय दर को बढ़ाते हैं। यह खाली पेट सेवन करने पर खराब बैक्टीरिया को मारने में भी मदद करता है।
तुलसी: तुलसी में मौजूद रोगाणुरोधी गुण सूक्ष्म जीवों से लड़ते हैं। तुलसी का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। आप एक कटोरी दही में तुलसी के पत्ते, काली मिर्च और थोड़ा सा नमक मिलाकर खा सकते हैं। आप तुलसी के पत्तों को पानी और चाय में मिलाकर भी पी सकते हैं।
लहसुन खाएं: लहसुन में एंटी फंगल गुण होते हैं। आप सुबह खाली पेट लहसुन की कच्ची कलियां पी सकते हैं। एक साथ खा सकते हैं। इससे भी राहत मिलेगी।
अदरक और शहद का घोल: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अगर आपके पेट में दर्द हो रहा है या बार-बार मिचली आ रही है तो अदरक का सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा।
फूड पॉइजनिंग में क्या खाएं:
विटामिन-सी से भरपूर खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। यह पेट में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट करता है और पाचन में सुधार करता है। विटामिन-सी से भरपूर फल जैसे पपीता, अनानास, संतरा, मौसमी, अनानास, स्ट्रॉबेरी आदि। आप चाहें तो पानी में नींबू का रस मिलाकर भी पी सकते हैं। जिस दिन आपको फ़ूड पॉइज़निंग (Food Poisoning) की समस्या हो, उस दिन किसी भी तरह से ठोस खाद्य पदार्थ खाने से बचने की कोशिश करें। जितना हो सके तरल पदार्थ पिएं और समय-समय पर पानी पीते रहें।