काला नमक के फायदे और नुकसान – Benefits of Black Salt in Hindi

Black Salt

भारतीय परिवारों के पास अपनी रसोई में कई बीमारियों के इलाज की कुंजी है। काला नमक(Black Salt) उन जादुई सामग्रियों में से एक है जो हर भारतीय घर में पाई जाती है और अपने आयुर्वेदिक और चिकित्सीय गुणों के लिए जानी जाती है।

इसके औषधीय गुण कई रोगों के जोखिम को कम करने और कुछ हद तक रोगों के इलाज में सहायक हो सकते हैं। पेट और पाचन से जुड़े रोगों को ठीक करने के लिए काले नमक के एक से बढ़कर एक तरीके हैं। खनिजों और विटामिनों की अच्छाइयों से भरपूर, इसके नियमित उपयोग से काला नमक के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। यह भारतीय मसाला और रसोई न केवल आंतों को शांत करने और वजन घटाने में सहायक है बल्कि हिस्टीरिया और कई अन्य बीमारियों से निपटने में भी मदद करता है।

आपको काला नमक के बारे में ये जानना चाहिए।

काला नमक या लोकप्रिय रूप से हिमालयी काला नमक के रूप में जाना जाता है, गुलाबी-भूरे रंग का ज्वालामुखी पत्थर का नमक है, जो भारतीय उपमहाद्वीप में आसानी से उपलब्ध है। अपने मिट्टी, मुड़ स्वाद के लिए जाना जाता है, काला नमक आमतौर पर सलाद और पास्ता में गार्निश के रूप में प्रयोग किया जाता है। कई भारतीय घरों में काला नमक एक प्रमुख विशेषता है। हिमालय पर्वतमाला से उत्पन्न, काला नमक आयरन, पोटेशियम और अन्य खनिजों से भरपूर होता है।

काला नमक के मुख्य रूप से तीन प्रकार होते हैं। Three types of Black Salt 

1. हिमालयन काला नमक :
– भारतीय काला नमक के नाम से भी जाना जाता है।
– हल्का भूरा और गुलाबी रंग
– सुगंधित और स्वाद में तीखा होता है।

2. काला लावा नमक :
– हवाईयन काला नमक भी कह जा सकता है
– गहरे काले रंग का होता है

3. काला रिचुअल नमक :
– विच नमक भी कहा जाता है
– इसे खाने के लिए उपयोग नहीं किया जाता है।
– यह नमक राख, समुद्री नमक और कोयले का मिश्रण होता है।

 

काला नमक के फायदे – Benefits of Black Salt in Hindi

1. काला नमक रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करता है:

काला नमक के सबसे अनदेखे लाभों में से एक यह है कि यह उचित रक्त परिसंचरण सुनिश्चित करने में सहायता करता है। सोडियम के निम्न स्तर के कारण, काला नमक रक्त को पतला करने में मदद करता है, जो उचित रक्त परिसंचरण में मदद करता है, और रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने में सहायता करता है। यह रक्त थक्के(खून का जमना) को भी हटाता है और कोलेस्ट्रॉल की समस्या से प्रभावी ढंग से निपटता है।

सुझाव: समुद्री नमक, सेंधा नमक, लहसुन नमक, प्राकृतिक टेबल नमक में सोडियम की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है। अगर आप ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हैं तो इनके सेवन से बचें।

2. काला नमक मधुमेह को नियंत्रित करता है:

जिसको मधुमेह होता है उसको सिर्फ कम मात्रा में चीनी ही नहीं, बल्कि कम मात्रा में नमक का इस्तेमाल करने की सलाह भी दी जाती है
यदि आप मधुमेह के जोखिम और कारणों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो हम आपको सलाह देते हैं कि आज ही नियमित खाद्य नमक से काला नमक की ओर छलांग लगा दें। क्योंकि काला नमक में सामान्य नमक के मुकाबले कम मात्रा में सोडियम होता है और शरीर में शुगर के स्तर को बनाए रखने में कारगर होने के कारण काला नमक इस बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

3. काला नमक वजन घटाने में सहायक:

लिपिड और एंजाइम पर इसके घुलने और विघटित होने वाले प्रभाव के साथ, काला नमक उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है जो वजन घटाने की मांग कर रहे हैं। क्यूंकि यह मल त्याग में भी मदद करता है, और कब्ज और सूजन का मुकाबला करता है, NCBI(नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन) के एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक आहार में अधिक मात्रा में सोडियम लेने पर मोटापा बढ़ सकता है काला नमक में एंटी-ओबेसिटी गुण पाया जाता है, जो मोटापा और वजन को कम करने में सहायक हो सकता है इसलिए कहा जाता है की काला नमक वजन कम करने में अत्यधिक प्रभावी होता है।

4. काला नमक सीने की जलन से राहत देता है:

जीने अक्सर सीने में जलन की समस्या रहेती है, उनके लिए काला नमक फायदेमंद साबित हो सकता है।
काले नमक की क्षारीय प्रकृति के कारन पेट में एसिड के उत्पादन को संतुलित करने में मदद करती है, जो एसिड रिफ्लक्स को दूर रखने और जलन को ठीक करने में मदद करती है। अगर आपका पेट तेज गर्मी के संपर्क में है, तो एसिडिटी और कब्ज को ठीक करने के लिए काले नमक पर भरोसा करें।

5. काला नमक कब्ज में राहत देता है:

जिनको कब्ज की समस्या है उनके लिये काला नमक हितकारी हैं। कब्ज के इलाज में जो विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक चूर्ण का उपयोग किया जाता है, उसमें मुख्य रूप से काला नमक शामिल होता है। एक रिसर्च में दिया हुआ है कि काला नमक में लैक्सेटिव गुण पाया जाता है, जो पेट में गैस और अन्य समस्या से निजात दिला सकता है। आयुर्वेदिक चूर्ण में काले नमक को कब्ज के घरेलू उपाय के तौर पर भी उपयोग किया जाता रहा है।

 

काले नमक के नुकसान – Side Effects of Black Salt in Hindi

काला नमक के फायदे के साथ उसके नुकसान भी है, नुकसान इसकी मात्रा पर निर्भर करते हैं। अगर कोई काले नमक का सेवन अधिक मात्रा करता है, तो काले नमक से नुकसान भी हो सकते हैं। फिलहाल ये सबकुछ काले नमक में मौजूद सामान्य तत्वों के आधार पर सावधानी के तौर पर बताए गए हैं:

  • उच्च रक्तचाप
  • स्ट्रोक
  • ह्रदय सबंधीत बीमारी
  • पथरी
  • किडनी से जुड़ी समस्याएं
  • मतली और उल्टी

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